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FAU-G कितना बेकार गेम रहा?

New Delhi:  26 जनवरी को आखिरकार FAU-G (Fearless and United Guards) रिलीज हो गया। पर क्या ये ऑन लाइन गेम लोगों को पसंद आया?  क्या इस FAU-G ने लोगों के दिल से PUBG का प्यार मिटा दिया? इन सवालों का अधिकतर लोगों ने एक ही जबाब दिया और वो है 'नहीं'। 


FAU-G कितना बेकार गेम रहा?

FAU-G कितना बेकार गेम रहा?

जिस तरह का क्रेज़ इस Game को लेकर बनाया था, वैसा कुछ इसमें देखने को नहीं मिला। जब अक्षय कुमार ने इस नये Game को भारत का PUBG बताया, तो लगने लगा था कि एक अच्छा गेम जल्द ही खेलने को मिलेगा।


FAU-G कितना बेकार गेम रहा?

 दरअसल भारत और चीन के बीच जून 2020 में हिंसक संघर्ष हुआ था जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गये थे और74 जवान घायल हो गये थे। चीन की सेना को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा था। इस वजह से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। भारत सरकार ने यह कई चीनी एपलीकेशन्स को बैन कर दिया था जिसमें TIKTOK, और PUBG भी शामिल थे।

इसका फायदा बंगलोर स्थित एक कंपनी (ncore Games) ने उठाया और FAU-G नाम से एक Game लॉन्च करने की घोषणा कर दी।

इसका फायदा बंगलोर स्थित एक कंपनी (ncore Games) ने उठाया और FAU-G नाम से एक Game लॉन्च करने की घोषणा कर दी। और फिर 26 जनवरी का वह खास दिन आ गया जब इस Game को लॉन्च कर दिया गया। लाखों लोगों ने इस गेम को डाउनलोड किया और मिशन शुरु कर दिया।

पर ये क्या यह गेम तो लोगों को बोर करने लगा। यह गेम तो खोदा पहाड़ और निकला चूहा जैसे मुहावरे का उदाहरण निकला।

क्या है इस FAU-G में ?

इस गेम को बनाने वाली कंपनी के Game Developers किसी भी तरह से PUBG के बराबर नहीं है। इसमें में मिशन की शुरुआत होती है एक कहानी है जिसमें हमारे गेम का हीरों बताता है कि चीनी सेना ने हमला करके उसके साथियों को कब्जे में ले लिया है।

क्या है इस FAU-G में ?


अब हमारे हीरो को अपने साथियों को बचाने जाना है। यहां तक तो अच्छा लगता है लेकिन जब मिशन शुरु होता है तब पता चलती है इस गेम की गड़बड़। 

क्या है वो गड़बड़

क्या है वो गड़बड़

गड़बड़ की बात की जाये,तो इसमें भरभर कर गड़बड़-झाला किया हुआ है। गेम के ग्राफिक्स ठीक हैं पर इसमें हर चीनी सैनिक अपने हीरो के आगे सिर्फ पिटने के लिये ही आता है। और हमारा हीरो सबको लट्टू बनाकर मारता है कभी कभी चीनी सैनिक का एक मुक्का जरुर हमारे हीरो को लगता है लेकिन हमारे हीरो के मुक्के के आगे खड़े 4 से 5 चीनी सैनिक बड़े आराम से अपने पिटने की बारी का इंतजार करते नजर आते हैं। 

हमारा हीरों एक एक करके दुश्मन सेना के कैम्प में जाकर अपने जवानों की तलाश करता है और चीनी सैनिकों की घंटी बजाते रहता है।

मतलब की कहीं से भी गेम का लेवल हाई नहीं है यह एक नार्मल एक्शन गेम की तरह है। इसको एक साधारण गेम कहें, तो ही बेहतर है। PUBG से तुलना करना बहुत बड़ी गलती है।
देशभक्ति के नाम पर कुछ भी परोसने की कोशिश करना सबसे बड़ा देश द्रोह है।
 

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