रायबरेली- हिंदी के युग प्रवर्तक आचार्य पं. महावीर प्रसाद द्विवेदी जी की 83 वीं पुण्यतिथि पर उनके जन्म स्थान दौलतपुर में जाकर बैसवारा साधना समिति के सभी पदाधिकारियों ,क्षेत्र के गणमान्य, समाजसेवी, साहित्य प्रेमी बंधुओं ने पुष्पमाला, हवन आदि के द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान बैसवारा साधना समिति के कार्यालय भोजपुर में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। पिछले कुछ सालों से इस कार्यक्रम का आचार्य महावीर प्रसाद जी जन्म स्थली में दौलतपुर में होता आ रहा था। लेकिन कोरोना काल के चलते काव्यगोष्ठी का आयोजन भोजपुर में उन्नाव के वरिष्ठ कवि छंद सम्राट श्री कमलेश शुक्ला कमल जी की अध्यक्षता में हुआ।
मंच का संचालन श्री सतीश कुमार सिंह जी रायबरेली के द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया। वाणी वंदना अध्यक्ष कमलेश शुक्ला जी के द्वारा ही हुई। आचार्य प्रवर एवं मां सरस्वती की प्रतिमाओं पर सभी कवियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस आयोजन में काव्य पाठ करते हुए कवि नरेंद्र आनंद उन्नाव, कवि रामदेव सिंह बहोरी रायबरेली, कवि रामकिशोर वर्मा, अनिल वर्मा उन्नाव, चंद्र किशोर सिंह उन्नाव साहित्य भूषण से पुरस्कृत, घनश्याम सिंह श्याम रायबरेली, कन्हैयालाल आजाद, रायबरेली, रवि श्रीवास्तव रायबरेली, जय जितेंद्र लखनऊ, त्रिभुवन सिंह रायबरेली,मुन्नी लाल साहू सुलभ रायबरेली,अमनदीप रायबरेली, शिवतोष संघर्षी रायबरेली, सौरभ शुक्ला रायबरेली, योगेंद्र सिंह रायबरेली, सुनील सरगम रायबरेली,भारत सिंह परिहार सरल उन्नाव ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति की।
सभी कवियों को समिति की ओर से उत्तरी एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। साथ ही अन्य गणमान्य साहित्य विद्वानों को भी कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया। समिति के अध्यक्ष सुनील सरगम, संरक्षक संजय सिंह व प्रबंधक अनुज शुक्ला ने आए हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
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